झारखंड के पठारी क्षेत्र में अनेक जलप्रपात भरे हुए हैं। झारखण्ड की जलवायु उष्णकटिबंधीय मानसूनी प्रकार की है जिसके कारण यहां की सारी नदियां बरसाती नदियां हैं। रांची का पठार जो झारखंड सबसे बड़ा पठारी भाग है। इस क्षेत्र की समुद्र तल से औसत ऊंचाई 600 मीटर है।
![]() |
Sita Falls | सीता जलप्रपात - Ranchi ki Shaan |
इस पठारी भाग से कोई नदियां निकलती हैं जो पठार के किनारों पर खड़ी ढाल के कारण झरनों / जलप्रपातों का निर्माण करती हैं। इनमें बुढ़ाघाघ/लोध फॉल (143 m), हुंडरू फॉल (98 m), दशम फॉल (44 m), जोन्हा/गौतमधारा फॉल (17 m) ,पेरवा घाघ फॉल (10 m) आदि प्रमुख हैं।
एक ऐसा ही पर्यटन स्थल है - Sita Falls जिसके बारे में आज इस Article में विस्तार से जानेंगे। Sita Falls कहां है ?, Sita Falls नामकरण कैसे हुआ ?, Sita Falls नामकरण कैसे हुआ ?, Sita Falls की ऊँचाई कितनी है? तथा इसके अलावे अनेकों जानकारियां जो आपको जाननी चाहिए ।
सीता जलप्रपात (Sita Falls) कहां पर अवस्थित है ?
सुन्दर- सुन्दर पहाड़ियों के बीचों-बीच रांची-पुरुलिया राजमार्ग पर रांची से लगभग 43 किलोमीटर की दूरी पर कोनयारडीह गांव में स्थित है - सीता जलप्रपात। इस जगह सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
![]() |
Sita Falls | सीता जलप्रपात - Ranchi ki Shaan |
सड़कों के किनारे की हरी-भरी वादियाँ आपके मन को रोमांचित कर देती है। सिल्ली-मुरी से भी आसानी से यहाँ तक पहुंचा जा सकता है।
Sita Falls का नामकरण कैसे हुआ ?
सीता जलप्रपात का नामकरण भारतीय महाकाव्य तथा हिंदुओं के प्रमुख धर्मग्रंथ रामायण की देवी सीता के नाम पर रखा गया है। ऐसा कहा जाता है कि वनवास के 14 वर्षों के दौरान मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम, देवी सीता और लक्ष्मण ने इसी झरने के निकट कुछ दिन बिताए थे।
इस स्थान पर देवी सीता के पदचिन्ह भी मिले हैं जो अभी एक मंदिर में सुरक्षित रखे हुए हैं। वसंत ऋतु में यहाँ की सुंदरता इतनी लुभावनी होती है, कि इसकी तुलना देवी सीता से की जाती है जो अपने विचित्र सौंदर्य के लिए जानी जाती थीं ।
![]() |
Sita Falls | सीता जलप्रपात - Ranchi ki Shaan |
इस झरने को "Sister's of Jonha Fall (जोन्हा फॉल की बहन)" भी कहते हैं। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये झरना भी राढू नदी पर ही जोन्हा फॉल से 3 km नीचे है। यहां की बड़ी-बड़ी चट्टानों में से होकर जब काफ़ी ऊंचाई से पानी गिरती है, तो उसमें से एक अलग ही तरह की सुरमयी आवाज़ कानों में गूँजती है, जो बहुत ही आनन्दायी और मन को सुकून देने वाली होती है।
ऊंचाई से गिरता हुआ पानी को देखने से आभास होता है कि मानो ऊपर से कोई दुध की धारा गिर रही हो। ये दृश्य मन को रोमांचित कर देती है।
सीता फॉल (Sita Falls) की कुछ खास जानकारीयां -
- ऊंचाई - 43.90 Metres (144.0 ft)
- उत्पत्ति - राढ़ू नदी
सीता फॉल घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है ?
अगर आप झरने से गिरता हुआ पानी को अच्छी तरह से निहारना चाहते हैं , तो आपके लिए सबसे अच्छा समय है बरसात के दिन यानी अगस्त का महीना ।
अगर आपको इस जगह पर पिकनिक के लिए जाना चाहते हैं, तो आप बेशक दिसंबर से लेकर फरवरी तक जा सकते हैं। क्योंकि इस समय यहां का मौसम ठंडा रहता है जो किसी Hill Station का Fillings कराता है।
क्या सीता फॉल ( Sita Falls ) पर्यटकों के लिए सुरक्षित है ?
जी हां, सीता फॉल पर्यटकों के लिए बिल्कुल सुरक्षित है। पहले यह Red Corridor क्षेत्र का एक हिस्सा था, परन्तु अब झारखण्ड सरकार ने इसे पर्यटन केंद्र में विकसित कर यहाँ की पहचान ही बदल दी है।
![]() |
Sita Falls | सीता जलप्रपात - Ranchi ki Shaan |
Jharkhand Tourism Development Corporation ( JTDC ) ने इस जलप्रपात को बहुत ही अच्छे ढंग से बनाया है। अभी इस झारना को अच्छे से देखने के लिए एक "View Point" का निर्माण किया गया है। सीता फॉल में निचे तक उतरने के लिए पहले सीढ़ियां नहीं के बराबर थी, लेकिन आज अच्छी सीढ़ियां बनी हैं जिससे पर्यटकों को झरने के निचे तक जाने तथा ऊपर तक आने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है।
सीता फॉल में आने वाले पर्यटकों से आग्रह है कि आप यहां के ग्रामीणों को तंग या झगड़ा ना करें, क्योंकि वे लोग बहुत Helpful स्वभाव हैं। अगर आप उनसे अच्छी तरह प्यार से मिलकर रहेंगे तो आपके लिए बहुत अच्छा है, ये लोग आप पर कुछ भी तरह की परेशानी नहीं होने देंगे। यहां के हर एक लोग एक गाइड की तरह है क्योंकि ये लोग ऐसे ही आपको इस क्षेत्र के बारे में बता देंगे।
अपने अगर कुछ भी खाने का समान नहीं लेके जाते हैं फिर भी आपको यहां पर आसानी से सारे चीजें उपलब्ध हो जाएंगे। आप लोगों को सिर्फ पैसा लगेगा बदले में आपको सारे सामान मिल जाएंगे। यहां के लोग बहुत अच्छा पकवान भी बनाते हैं। जैसे - आप पिकनिक में के लिए चिकन-मटन बनवा सकते हैं।
सीता फॉल कैसे जाएं ?
By Air ✈️:-
- Nearest Airport - Ranchi Airport
सीता जलप्रपात से निकटतम हवाई अड्डा बिरसा मुंडा हवाई अड्डा है दूरी लगभग 50 किलोमीटर है।
By Train🚉 :-
- Nearest Railway Station - Ranchi, Hatia, Namkum, Jonha & , Muri Railway Station
रांची रेलवे स्टेशन से लगभग 40 Km है, मुरी से 40 Km, नामकुम से 30 Km तथा हटिया से 55 Km है।
By Bus 🚌:-
- Nearest Bus Stand - Khadgada (Kantatoli) Bus Stand
खादगाड़ा (कांटाटोली) बस स्टैंड से लगभग 35 KM है।
सीता फॉल जाने के पहले इन बातों को जरुर जानें -
![]() |
Sita Falls | सीता जलप्रपात - Ranchi ki Shaan |
- चूंकि ये शहर से दूरी पर स्थित है, शाम 4 बजे के बाद आप लोग यहां जाने से बचें।
- अकेले जाने से बचें, हमेशा एक समूह में जाएं।
- यात्रा का सबसे सुरक्षित समय सुबह 7 से शाम 4 बजे के बीच है।
- Picnic & Adventures के लिए अच्छी जगह है।
- ज्यादा घने जंगलों में न जाएं और न ही ऊंचे चट्टानों पर चढ़े।
सीता फॉल जाते समय कहां ठहरें ?
रांची-पुरूलिया मार्ग में बहुत सारे छोटे-छोटे कई शानदार Resort, Line Hotels हैं , वहां पर आप नाश्ते या खाने के लिए ठहर सकते हैं। आपको अगर रात्रि विश्राम के लिए कहीं रुक ना हो तो आपको रांची आना पड़ेगा।
![]() |
Sita Falls | सीता जलप्रपात - Ranchi ki Shaan |
क्योंकि यहाँ सारे ग्रामीण इलाके हैं जहां पर रहने के लिए सुविधा नहीं है। आपको रांची में आपके बजट के हिसाब से लॉज तथा होटल मिल जायेंगे ।
सीता जलप्रपात जैसे पर्यटन स्थलों के नाम-
- सीता जलप्रपात
- जोन्हा फॉल / Jonha Falls
- हुंडरू जलप्रपात /Hundru Fall
- पेरवा घाघ जलप्रपात /Perwa Ghagh Fall
- दशम जलप्रपात /Dasham Fall
- सूर्य मंदिर / Surya Mandir
- दिउड़ी मंदिर / Dewri Mandir
- बिरसा जैविक उद्यान
निष्कर्ष :-
आज इस Article में विस्तार से बताया - Sita Falls कहां है ?, Sita Falls नामकरण कैसे हुआ ?, Sita Falls नामकरण कैसे हुआ ?, Sita Falls की ऊँचाई कितनी है? तथा इसके अलावे अनेकों जानकारियां जो आपको जाननी चाहिए ।
तो ये जानकारी आपको कैसी लगी आप हमें Comments में बता सकते हैं तथा पसंद आई तो अपने दोस्तों को भी Share कर सकते हैं। साथ ही साथ हमारी हर Post की जानकारी सबसे पहले पाने के लिए Subscribe Box में अपना Email Id डाल कर Subscribe कर सकते हैं।