झारखण्ड प्राकृतिक संपदाओं से भरा हुआ एक सुन्दर प्रदेश है। यहां पर तरह - तरह के जंगल - झाड़, नदी - झरनों से भरे हुऐ हैं । झारखंड में जितने भी दार्शनिक स्थल हैं सबके अलग-अलग खूबियां हैं।
इस पठारी भाग से कोई नदियां निकलती हैं जो पठार के किनारों पर खड़ी ढाल के कारण झरनों / जलप्रपातों का निर्माण करती हैं। इनमें पंचघाघ फॉल , बुढ़ाघाघ/लोध फॉल (143 m), हुंडरू फॉल (98 m), दशम फॉल (44 m), जोन्हा/गौतमधारा फॉल (17 m) ,पेरवा घाघ फॉल (10 m) आदि प्रमुख हैं।
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Panchghagh Fall | पंचघाघ फॉल | Khunti Ki Shaan |
पंचघाघ फॉल एक बहुत ही प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है। ये झारखंड के खूबसूरत वादियों के बीच स्थित है। इसके नाम के पीछे भी बहुत सारे रहस्य छिपा हुआ है। ये पांच धाराओं से बना हुआ है, जो ख़ासकर वर्षा ऋतु देखने लायक होता है।
आज के इस Article में हम आपको बता रहे हैं कि - पंचघाघ फॉल / Panchghagh Fall का नामकरण कैसे हुआ ?, पंचघाघ फॉल कहां है ?, पंचघाघ फॉल कैसे पहुंचें ?, पंचघाघ फॉल पर्यटकों के लिए कितना सुरक्षित है ? तथा इसके अलावा अन्य बहुत सारी जानकारियां साझा करेंगे।
Table of Contant(toc)
पंचघाघ फॉल (Panchghagh Fall) का नामकरण कैसे हुआ ?
प्रकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ पंचघाघ फॉल का नामकरण - पंचघाघ इसलिए पड़ा क्योंकि ये पांच धाराओं से मिलकर बना है। ये बनई नदी पर स्थित है जो कि पांच अलग - अलग धाराओं में बंट गया है।
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Panchghagh Fall | पंचघाघ फॉल | Khunti Ki Shaan |
यहां पर बड़े - बड़े कठोर और दांतेदार चट्टानें भरा हुऐ हैं , जिसके कारण बनई नदी अपना रास्ता खोजने के लिए, खुद को पांच अलग-अलग धाराओं में बांटती है, इसी तरह से इसका नाम पंचघाघ पड़ा। पांच धाराओं को देखने के लिए आपको वर्षा ऋतु यानि जुलाई - अगस्त के महीनों में आना पड़ेगा।
पंचघाघ जलप्रपात (Panchghagh Fall) की क्या - क्या खासियत है ?
यहां पर चट्टानों की संख्या ज्यादा होने के कारण नदी के पांच अलग - अलग धाराओं से जो आवाज़ निकलती है तो ऐसा प्रतीत होता है मानो प्राकृतिक अपनी आवाज़ में सुन्दर मधुर गीत गा रही हो। जोन्हा फॉल और हुंडरू जलप्रपात के ठीक विपरीत, पंचघाघ का पानी ज्यादा ऊंचाई से नहीं गिरता है। जिसके चलते यहां पर पर्यटकों के लिए ज्यादा खतरा नहीं है।
फिर भी जब कोई नज़दीक जाता है तो पानी की गर्जना सुन सकता है, क्योंकि सभी पाँच शाखाओं वाली और घूमती हुई धाराएँ एक जगह आकर बहुत ही अशांत तरीके से चट्टानों से टकराती हैं।
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Panchghagh Fall | पंचघाघ फॉल | Khunti Ki Shaan |
जलप्रपात के आस - पास का विस्तृत क्षेत्र बहुत ही आकर्षक लगता है जो एक उत्कृष्ट पिकनिक स्थल (Best Picnic Spot) के रूप में कार्य करता है। फॉल के चारों ओर साल (सखुआ) और पलास का जंगल है जो कि काफ़ी बड़ा और घना है। पर्यटक यहां पर पिकनिक मनाने तथा घूमने के लिए दूर - दूर से आते रहते हैं ।
झारखंड सरकार (Jharkhand Government) के पर्यटन विभाग Jharkhand Tourism Development Corporation (JTDC) की योजना के अनुसार, पंचघाघ जलप्रपात में जल्द ही एक KIOSK, Restaurants, Guests House, Toilet, Fast Food Stalls, Light House & Watch Tower लगेगा।
अभी पंचघाघ को बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया जा रहा है। जैसे - इसके तोरणद्वार (Welcome Gate), View Point, उठने - बैठने के लिए मेज - कुर्सी, तथा बच्चों के लिए झूला भी लगाया जा रहा है।
पंचघाघ जलप्रपात (Panchghagh Fall) कहां पर अवस्थित है ?
पंचघाघ फॉल झारखंड के खूंटी जिले में स्थित है। जो राजधानी राँची से लगभग 55 किमी दूर तथा खूंटी से 8 KM की दूरी पर स्थित है। यह जलप्रपात रांची - चाईबासा मार्ग के बीच में पड़ता है। बनाई नदी की पांच धाराओं से बना पंचघाघ जलप्रपात एक सुंदर और मनोरम स्थल है।
पंचघाघ जलप्रपात (Panchghagh Fall) कैसे पहुंचें ?
आप इस जलप्रपात पर आने के लिए रांची से खूंटी के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं और पंचघाघ फॉल्स खूंटी बस स्टैंड से सिर्फ 8 किमी की दूरी पर है।
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Panchghagh Fall | पंचघाघ फॉल | Khunti Ki Shaan |
आप यहां से कोई भी ऑटो रिक्शा या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं। यदि आपके पास अपना निजी वाहन है तो आप किसी भी मार्ग से यात्रा कर सकते हैं जो आपके लिए सुविधा हो।
By Air ✈️:-
- Nearest Airport - Ranchi Airport
पंचघाघ जलप्रपात से निकटतम हवाई अड्डा बिरसा मुंडा हवाई अड्डा है दूरी लगभग 50 किलोमीटर है।
By Train🚉 :-
- Nearest Railway Station - Ranchi, Hatia Railway Station
रांची रेलवे स्टेशन से लगभग 55 Km तथा हटिया से 50 Km है।
By Bus 🚌:-
- Nearest Bus Stand - Khadgada (Kantatoli) Bus Stand
खादगाड़ा (कांटाटोली) बस स्टैंड से लगभग 35 KM तथा खूंटी से 08 KM है।
क्या पंचघाघ जलप्रपात (Panchghagh Fall) पर्यटकों के लिए सुरक्षित है ?
जी हां, पंचघाघ जलप्रपात (Panchghagh Fall) पर्यटकों के लिए बिल्कुल सुरक्षित है। पहले यह Red Corridor क्षेत्र का एक हिस्सा था, लेकिन अब झारखण्ड सरकार ने इसे पर्यटन केंद्र में बदल दी है जो यहां पर आने वाले पर्यटकों के लिए काफ़ी अच्छा है ।
Jharkhand Tourism Development Corporation ( JTDC ) ने इस जलप्रपात को बहुत ही अच्छे ढंग से बनाया है। अभी इस छोटी सी झारना को अच्छे से देखने के लिए एक "View Point" का निर्माण किया गया है। पंचघाघ फॉल में निचे तक उतरने के लिए 5 - 10 सीढ़ियां हैं । जिससे पर्यटकों को झरने के निचे जाने तथा ऊपर आने में कोई दिक्कत नहीं होती है।
पंचघाघ फॉल में आने वाले पर्यटकों से आग्रह है कि आप लोग यहां के ग्रामीणों (Local Peoples) को तंग या झगड़ा ना करें, क्योंकि वे लोग बहुत Helpful Person हैं। अगर आप उनसे मिलकर रहेंगे तो आपके लिए बहुत अच्छा है, ये लोग आप पर कुछ भी परेशानी नहीं होने देंगे।
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Panchghagh Fall | पंचघाघ फॉल | Khunti Ki Shaan |
ऐसे तो झारखंड के क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऊंचे झरनों मौजूदगी है इसके बावजूद, पंचघाघ जलप्रपात पर्यटकों के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है। यहां पानी कम ऊंचाई से गिरता है, जिससे पर्यटकों के लिए पानी के तेज बहाव का आनंद लेना सुरक्षित हो जाता है।
यहां पर एक छोटा सा Swimming Pool भी बनाया हुआ है जो पर्यटकों की मज़ा को और दुगुनी कर देता है। ये Swimming Pool ऊपर से गिरता हुआ पानी को रोककर ही बनाया गया है। इस जगह पर ज्यादातर लोग परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने पहुंचते हैं।
पंचघाघ जलप्रपात (Panchghagh Fall) में प्रवेश शुल्क -
- प्रति व्यक्ति - ₹7
- बाइक के लिए - ₹12
- कार - बस का - ₹25
पंचघाघ फॉल जाने के पहले इन बातों को जरुर जानें -
सावधानियाँ -
- ये शहर से थोड़ी दूरी पर स्थित है, शाम 5 बजे के बाद आप लोग यहां जाने से बचें।
- अकेले जाने से बचें, हमेशा एक समूह में जाएं।
- यात्रा का सबसे सुरक्षित समय सुबह 7 से शाम 5 बजे के बीच है।
- Picnic & Nature Adventures के लिए ये जगह काफ़ी अच्छी जगह है।
- ज्यादा घने जंगलों में न जाएं और न ही ऊंचे चट्टानों पर चढ़ें।
पंचघाघ फॉल (Panchghagh Fall) जाते समय कहां पर ठहरें ?
रांची - चाईबासा मार्ग में बहुत सारे छोटे-छोटे कई शानदार Resort, Line Hotels हैं , वहां पर आप नाश्ते या खाने के लिए ठहर सकते हैं।
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Panchghagh Fall | पंचघाघ फॉल | Khunti Ki Shaan |
आपको अगर रात्रि विश्राम के लिए कहीं रुक ना हो तो आपको रांची आना पड़ेगा, वैसे तो आप खूंटी में भी रह सकते हैं लेकिन आपको उतना Facilities नहीं मिलेंगे। आपको खूंटी में कम बजट में छोटा सा लॉज तथा होटल मिल जायेंगे ।
खूंटी जिले के अन्य पर्यटक स्थल -
खूंटी जिले में पर्यटन स्थलों की भरमार है। यहां पर दिसंबर से लेकर फरवरी महीना तक सैलानियों की भीड़ उमड़ी हुई रहती है। इस जिले में एक से बढ़कर एक पर्यटन स्थल और जलप्रपात भरे पड़े हैं। इसमें पेरवा घाघ जलप्रपात, पंचघाघ जलप्रपात, लटरजंग डैम, बाबा आमरेश्वर धाम, आंगराबाड़ी, ऊलीहातू, सोनमेर मंदिर, पेलोल डैम आदि मुख्य पर्यटन स्थल के रूप में शामिल हैं।
पंचघाघ जलप्रपात जैसे पर्यटन स्थलों के नाम-
- सीता जलप्रपात/ Sita Falls / Sita Falls
- जोन्हा फॉल / Jonha Falls
- हुंडरू जलप्रपात /Hundru Fall
- पेरवा घाघ जलप्रपात /Perwa Ghagh Fall
- दशम जलप्रपात /Dasham Fall
- सूर्य मंदिर / Surya Mandir
- दिउड़ी मंदिर / Dewri Mandir
- बिरसा जैविक उद्यान / Bhagwan Birsa Biological Park
- मां छिन्नमस्तिका मंदिर | Maa Chhinamastika Temple
निष्कर्ष :-
आज के इस Article में हमने आपको बताया कि -पंचघाघ फॉल / Panchghagh Fall का नामकरण कैसे हुआ ?, पंचघाघ फॉल कहां है ?, पंचघाघ फॉल कैसे पहुंचें ?, पंचघाघ फॉल पर्यटकों के लिए कितना सुरक्षित है ? तथा इसके अलावा बहुत सारी जानकारियां जो आप जानना चाहते हैं।
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