झारखंड, भारत देश एक ऐसा राज्य है जहां पर आपको एक से एक अछूते नजारें देखने को मिलेंगे जो शायद और कहीं नहीं मिलेंगे। झारखंड की भौगालिक क्षेत्र बहुत सुंदर है तथा वन क्षेत्र भी काफ़ी है। झारखण्ड के सुन्दर - सुन्दर और मनोरम दृश्य को देखकर ऐसा लगता है, मानो यहीं पर अपना बसेरा बना लें।
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हिरनी जलप्रपात | Hirni Fall - Singhbhum Ki Shaan |
झारखंड के सारे इलाके लगभग छोटानागपुर के पठार में ही स्थित हैं। इस पठारी भाग से कोई नदियां निकलती हैं जो पठार के किनारों पर खड़ी ढाल के कारण झरनों / जलप्रपातों का निर्माण करती हैं। इनमें पंचघाघ फॉल , बुढ़ाघाघ/लोध फॉल (143 m), हुंडरू फॉल (98 m), दशम फॉल (44 m), जोन्हा/गौतमधारा फॉल (17 m) ,पेरवा घाघ फॉल (10 m) आदि प्रमुख हैं। यहां पर अनेक प्रकार के खनिज - संपदा, पहाड़ - पर्वत तथा नदी - झरनाओं से भरा पड़ा है। झारखंड को प्रकृति ने इस तरह से सजाया है मानो भारत का स्वर्ग हो।
तो दोस्तों चलिए आज इस Article में हम जानेंगे झारखण्ड के एक बहुत ही प्रसिद्ध जलप्रपात के बारे में जिसका नाम है - हिरनी जलप्रपात (Hirni Waterfalls) । हिरनी जलप्रपात कहां है ?, हिरनी फॉल कैसे पहुंचें ?, हिरनी फॉल पर्यटकों के लिए कितना सुरक्षित है ? , हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) का नामकरण कैसे हुआ ?, हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) तथा सारंडा वन (Saranda Forests) का खासियत क्या है ?, हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) कौन सी नदी पर स्थित है ?, हिरनी जलप्रपात (Hirni Waterfalls) का प्रवेश शुल्क क्या है ? तथा इसके अलावा अन्य बहुत सारी जानकारियां साझा करेंगे जिसे जानने के बाद काफी ख़ुशी महसूस होगी ।
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हिरनी जलप्रपात ( Hirni Waterfalls) कहां पर स्थित है ?
हिरनी जलप्रपात भारत देश के प्राकृतिक रूप से एवं सांस्कृतिक रूप से धनी राज्य झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) जिले के बंदगांव प्रखंड के मामला गांव में स्थित है। ये जलप्रपात झारखण्ड, ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ तक फैले विशाल वन क्षेत्र सारंडा जंगल में स्थित है।
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हिरनी जलप्रपात | Hirni Fall - Singhbhum Ki Shaan |
सारंडा जंगल का शाब्दिक अर्थ होता है - सात सौ पहाड़ियां, जो कि तीन राज्यों झारखण्ड, ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ तक में फैला हुआ है। इस जंगल का फैलाव बहुत अधिक होने के कारण इसमें अनेक तरह के खनिज पदार्थ, जंगली जानवर, तथा वन औषधियाँ भरे पड़े हैं।
हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) की कुल ऊंचाई कितनी है ?
हिरनी जलप्रपात की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 121 ft. (37 meters) है। ऊंचाई से गिरते पानी की धारा को देखकर मन रोमाँचित हो उठता है। मन कहता की इस सुन्दर कल - कल करती झरने के सुरमयी संगीत को सुनते रहें।
हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) कौन सी नदी पर स्थित है ?
हिरनी जलप्रपात पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) जिले में प्रवाहित होने वाले रामगढ़ नदी (Ramgarh River) पर स्थित है। ये नदी विशाल सारंडा जंगल से ही निकली है।
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हिरनी जलप्रपात | Hirni Fall - Singhbhum Ki Shaan |
यह जलप्रपात सुन्दर प्रकृति के गोद में स्थित होने के कारण बहुत ही सुन्दर तथा मनोरम लगता है ,मन कहता है की इस सुन्दर दृश्य को अपने मन के स्मृति में सदा के लिए अंकित कर लें।
हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) कैसे पहुंचें ?
यह जल प्रपात चाईबासा से करीब 68 किलोमीटर उत्तर दिशा की ओर NH - 75 के किनारे सारण्डा जंगल के बीचों - बीच में स्थित है। अगर आप चाईबासा-राँची हाईवे से यहाँ पहुंचना चाहते हैं तो रांची से 75 किलोमीटर दक्षिण दिशा में तथा खूंटी से 37 किलोमीटर दक्षिण दिशा की ओर स्थित है।
By Air ✈️:-
- Nearest Airport - Birsa Munda International Airport, Ranchi - 72 Kilometres (105 min)
Sonari Airport, Jamshedpur - 124 Kilometres (180 mi)
हिरनी जलप्रपात से निकटतम हवाई अड्डा बिरसा मुंडा हवाई अड्डा तथा सोनारी हवाई अड्डा, जमशेदपुर है दूरी क्रमशः लगभग 72 किलोमीटर तथा 124 किलोमीटर है।
By Train🚉 :-
- Nearest Railway Station - Ranchi Railway Station - 75 Kilometres, Hatia Railway Station - 70 Kilometres, Chakradharpur Railway Station - 43 Kilometres
रांची रेलवे स्टेशन से लगभग 75 Km, हटिया से 70 Km तथा चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से 43 Km है।
By Bus 🚌:-
- Nearest Bus Stand - Khadgada (Kantatoli) Bus Stand, Khunti Bus Stand , Chakradharpur Bus Stand
खादगाड़ा (कांटाटोली) बस स्टैंड से लगभग 77 KM, चक्रधरपुर से 43 Km तथा खूंटी से 37 KM की दुरी पर स्थित है।
हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) का नामकरण कैसे हुआ ?
इस फॉल का नामकरण हिरनी फॉल इसीलिए पड़ा क्योंकि इसके आस-पास के जंगलों में काफ़ी संख्या में अलग - अलग प्रकार के हिरणों का डेरा है, जो इस जगह पर पानी पीते हुए अकसर आपको दिखाई देंगे ।
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हिरनी जलप्रपात | Hirni Fall - Singhbhum Ki Shaan |
हालाँकि इसके नामकरण के पीछे और एक बात है जिसे इसका नामकरण हुआ है, आप जिस तरफ़ से हिरनी फॉल जायेंगे आपको बहुत ही सुन्दर- सुन्दर और घुमावदार घाटी मिलेंगे। जिसके कारण लागों का कहना है कि ये हिरनी की भांति सुंदर है।
इसलिए भी इस सुन्दर जलप्रपात का नाम - हिरणी फॉल पड़ा। आप इस घाटी को ऊपर से यानी जहाँ से घाटी की शुरुवात होती है , उस जगह से देखते हो तो आपको ऐसा दृश्य दिखाई देगा और ऐसा एहसास होगा मानो आप स्वर्ग में पहुंच गये हों क्योंकि चारों तरफ बादल सिर्फ धुॅंवा - धुॅंवा दिखाई देंगे।
हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) तथा सारंडा वन (Saranda Forests) का खासियत क्या है ?
हिरनी जलप्रपात, भारत के बड़े जंगलों में गिने जाने वाले सारंडा जंगल में स्थित है। ये फॉल इतने बड़े जंगल में होने के कारण यहां का वातावरण काफ़ी सुंदर और आकर्षक है। इस जंगल में इतने अधिक पेड़ - पौधे हैं कि इसके नीचे सूर्य की रोशनी भी ठीक ढंग से नहीं पहुंच पाती है।
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हिरनी जलप्रपात | Hirni Fall - Singhbhum Ki Shaan |
हिरनी जलप्रपात, सारंडा जंगल की सुंदरता को चार चांद लगा देती है क्योंकि ये फॉल सारंडा जंगल के ठीक बीचों - बीच से होकर गुजरती है। आप अगर इसे Drone View के मदद से देखेंगे तो आपको ऐसा दिखेगा मानो किसी ने दूध की जलधारा को इस जंगल के बीचों - बीच बहा दिया हो।
लोगों का मानना है कि इस फॉल में नहाने से बहुत ऐसे असाध्य रोग मिट जाते हैं क्योंकि इसकी मुहाना इसी वन से शुरू होता है जिससे काफ़ी सारे खनिज पदार्थों तथा अन्य जड़ी बूटियां का रस इसके पानी के साथ बहकर आता है।
सारंडा जंगल में पाये जाने वाले पेड़ - पौधे :-
यहाँ बांस, कटहल, साल, पलास, आम, जामुन, नीम, केंदु, पियार और भेलवा के पेड़ मुख्य रूप से पाये जाते हैं। फल के पेड़ काफी होने के कारण इस क्षेत्र में बसने वाले आदिवासी जनजातियों का एक जीविकोपार्जन का अच्छा स्रोत मिल जाता है।
यहाँ के लोग मौसम के अनुसार फल तथा वन से मिलने वाले अन्य खाने के चीजों को जंगल से निकाल कर रास्ते के किनारे बेचते हैं और अपना जीवन यापन चलाते हैं।
सारंडा जंगल में पाये जाने वाले जीव -जन्तु :-
इस जंगल में सबसे ज्यादा पाए जाने वाले जानवरों में हाथी है। साथ ही तेंदुए, शेर, बाघ, सियार, हिरन, भेड़िया, खरगोश, जंगली भैंस, सांभर, भालू आदि जानवर भी पाए जाते हैं । यहाँ पर मोर, कोयल, तोता, मैना जंगली मुर्गा - मुर्गी, तीतर आदि पक्षी भी पाए जाते हैं।
साथ ही इस जंगल में सांप के बहुत सारे प्रजाति भी पाए जाते हैं । जैसे - कोबरा, एनोकोंडा, अजगर आदि । ये सब बहुत ही डरावना और खतरनाक होते हैं।
इस क्षेत्र के लोगों का लकड़ी सबसे बड़ा कमाने का जरिया है । ये लोग सालों भर जंगल से लकड़ी लाते हैं, उसको फाड़ते हैं और खूंटी, चाईबासा, चक्रधरपुर जैसे शहर ले जाकर बेचते हैं जिससे भी इन लोगों का जीवन - यापन बहुत ही अच्छे ढंग से चलता है।
सारंडा जंगल नक्सलियों का सबसे सुरक्षित पनाहगार :-
सारंडा जंगल को नक्सली अपना रीढ़ की हड्डी मानते हैं क्योंकि उन्हें ये इलाका काफ़ी अच्छा और सुरक्षित लगता है। क्योंकि बीहड़ जंगल होने के कारण पुलिस वहाँ तक नहीं पहुँच पाती है। वे लोग अपना Training Camp भी इसी जंगल के बीचों- बीच लगा कर Training करते हैं.
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हिरनी जलप्रपात | Hirni Fall - Singhbhum Ki Shaan |
जिससे वे लोग लगभग देशभर के उनके संगठन से जुड़े लोगों को अच्छे ढंग ट्रेनिंग देते हैं। इस क्षेत्र में वे लोग अपना बड़ा - बड़ा मीटिंग भी रखते हैं जिससे उनका कोई परेशानी नहीं होती है।
क्या हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) पर्यटकों के लिए सुरक्षित है ?
जी हां, लेकिन सिर्फ और सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक ही सुरक्षित है ,क्योंकि इसके बाद इस क्षेत्र में बहुत से जंगली जानवरों का आना- जाना शुरू हो जाता है तथा ये इलाका नकस्ली बहुल क्षेत्र में स्थित है, इस कारण रात को सुरक्षित नहीं माना जा सकता है ।
हिरनी जलप्रपात (Hirni Waterfalls) में क्या -क्या कमियां हैं ?
झारखंड सरकार (Jharkhand Government) के पर्यटन विभाग Jharkhand Tourism Development Corporation (JTDC) की योजना के अनुसार, हिरनी जलप्रपात को बहुत सारी सुविधाओं की ज़रूरत है। जैसे यहां पर एक KIOSK, Restaurants, Guests House, Toilet, Fast Food Stalls, Light House & Watch Tower (View Point) लगना चाहिए।
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हिरनी जलप्रपात | Hirni Fall - Singhbhum Ki Shaan |
अभी तक Hirni Falls को सुंदर तरीके से सजाया नहीं गया है जबकि अन्य Waterfalls को बड़े ही अच्छे तरीके से सजाया गया है। जैसे - इसके तोरणद्वार (Welcome Gate), View Point, उठने - बैठने के लिए मेज - कुर्सी, तथा बच्चों के लिए झूला भी लगाया जा सकता है ताकि इस जगह पर अधिक से अधिक पर्यटक आ सकें ।
Note :- एक View Point नाम मात्र का बनाया हुआ है।
हिरनी जलप्रपात (Hirni Waterfalls) का प्रवेश शुल्क क्या है ?
प्रवेश शुल्क -
- 5 वर्ष से ऊपर प्रति व्यक्ति - ₹10
- बाइक के लिए - ₹12
- कार - बस का - ₹25
हिरनी जलप्रपात (Hirni Waterfalls) जाने के पहले इन बातों को जरुर जानें -
- चूंकि ये शहर से ज्यादा ही दूरी पर स्थित है, जिसके चलते शाम 4 बजे के बाद आप लोग यहां जाने से बचें।
- यहां पर आपको शाम 4 बजे तक ही रहने दिया जाता है इसके बाद आपको यहां से निकल जाने का सलाह दिया जाता है।
- यहां पर अकेले कभी न जाएं , हमेशा एक समूह में ही जाएं।
- यात्रा का सबसे सुरक्षित समय सुबह 8 से शाम 4 बजे के बीच है।
- Picnic & Nature Adventures के लिए ये जगह काफ़ी अच्छी जगह है।
- ज्यादा घने जंगलों में न जाएं और न ही ऊंचे चट्टानों पर चढ़ें।
- वैसे तो देख रेख के लिए आदमी है फिर भी अपनी सुरक्षा खुद से करें।
हिरनी जलप्रपात (Hirni Waterfalls) जाते समय कहां पर ठहरें ?
रांची - चाईबासा मार्ग में बहुत सारे छोटे-छोटे कई शानदार Resort, Line Hotels हैं , वहां पर आप नाश्ते या खाने के लिए ठहर सकते हैं। आपको अगर रात्रि विश्राम के लिए कहीं रुकना हो तो आपको रांची, चाईबासा, चक्रधरपुर आना पड़ेगा,
वैसे तो आप खूंटी में भी रह सकते हैं लेकिन आपको उतना Facilities Available नहीं मिलेंगे। आपको खूंटी में कम बजट में छोटा सा लॉज तथा होटल मिल जायेंगे ।
पश्चिम सिंहभूम जिले में कितने पर्यटक स्थल हैं ?
पश्चिम सिंहभूम जिले में पर्यटन स्थलों की भरमार है। यहां पर दिसंबर से लेकर फरवरी महीना तक सैलानियों की भीड़ उमड़ी हुई रहती है। इस जिले में एक से बढ़कर एक पर्यटन स्थल और जलप्रपात भरे पड़े हैं। इसमें शहीद पार्क, हिरनी जलप्रपात, रूंगटा गार्डन, धारागिरी जलप्रपात, रटमोहाना, जिकपानी पार्क, लूथेरान झील, हुकुमतकाम मंदिर, रोरो डैम आदि मुख्य पर्यटन स्थल के रूप में शामिल हैं।
हिरनी जलप्रपात (Hirni Waterfalls) जैसे पर्यटन स्थलों के नाम -
- सीता जलप्रपात/ Sita Falls / Sita Falls
- जोन्हा फॉल / Jonha Falls
- हुंडरू जलप्रपात /Hundru Fall
- पेरवा घाघ जलप्रपात /Perwa Ghagh Fall
- दशम जलप्रपात /Dasham Fall
- सूर्य मंदिर / Surya Mandir
- दिउड़ी मंदिर / Dewri Mandir
- बिरसा जैविक उद्यान / Bhagwan Birsa Biological Park
- मां छिन्नमस्तिका मंदिर | Maa Chhinamastika Temple
- पारसनाथ की पहाड़ी / Parasnath Hill
- पंचघाघ फॉल / Panchghagh Fall
निष्कर्ष :-
आज के इस Article में हमने आपको बताया कि -हिरनी जलप्रपात कहां है ?, हिरनी फॉल कैसे पहुंचें ?, हिरनी फॉल पर्यटकों के लिए कितना सुरक्षित है ? , हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) का नामकरण कैसे हुआ ?, हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) तथा सारंडा वन ( Saranda Forests) का खासियत क्या है ?, हिरनी फॉल (Hirni Waterfalls) कौन सी नदी पर स्थित है ?, हिरनी जलप्रपात ( Hirni Waterfalls) का प्रवेश शुल्क क्या है ? तथा इसके अलावा बहुत सारी जानकारियां जो आप जानना चाहते हैं।
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