भारत देश के एक ऐसा राज्य जिसे आप भारत का हीरा (Diamond 💎 of India) भी कह सकते हैं। जी हां, मैं बात कर रहा हूं खनिज संपदा से भरी हुई धनी राज्य झारखंड की । यहां पर आप तरह - तरह के जड़ी - बूटियां, खनिज संपदा, जीव - जन्तु, पहाड़ - पर्वत, नदी - नाला, झाड़ - झरना आदि देख सकते हैं ।
Lodh Falls | Burha Ghagh - Latehar Ki Shaan |
झारखंड के सुन्दर जंगलों के बीच में बसा एक ऐसा स्थान है, जो बताता है कि प्रकृति की आवाज दुनिया की सभी आवाजों में से सबसे ऊपर है। पानी की गड़गड़ाहट की आवाज आपको बोलने नहीं देगी। यह स्थान सिर्फ प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने और प्रकृति जो कहती है उसे सुनने के लिए है।
तो दोस्तों चलिए आज इस Article में हम जानेंगे झारखण्ड के एक बहुत ही प्रसिद्ध जलप्रपात के बारे में जिसका नाम है - लोध जलप्रपात ( Lodh Falls ) / बूढ़ा घाघ ( Burha Ghagh ) । लोध जलप्रपात कहां है ?, लोध जलप्रपात कैसे पहुंचें ?, लोध जलप्रपात का इतिहास क्या है ?, Lodh Falls से Ranchi की दुरी क्या है ?, लोध जलप्रपात पर्यटकों के लिए कितना सुरक्षित है ? तथा इसके अलावा अन्य बहुत सारी जानकारियां साझा करेंगे।
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लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) / बूढ़ा घाघ (Burha Ghagh) कहां पर स्थित है ?
Lodh Waterfall / लोध जलप्रपात, झारखंड राज्य के लातेहार जिला में स्थित झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात है। लातेहार ज़िले के महुआडांड़ प्रखंड में स्थित यह Waterfall को लोध जलप्रपात (Lodh Waterfall) या फिर बूढ़ा घाघ (Burha Ghagh) के नाम से जाना जाता है।
Lodh Falls | Burha Ghagh- Latehar Ki Shaan |
यह जलप्रपात देखने में बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक है। पहाड़ों की हसीन वादियों में घिरा पहाड़ों की ऊंचाइयों से कल - कल करती हुई जल की धारा नीचे की ओर गिरती है। यह आवाज़ काफ़ी रोमांचित कर देने वाली होती है। ऊंचाई से गिरती पानी को देखने का अलग ही अनुभव होता है। बहुत ही सुन्दर नज़ारा है।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) / बूढ़ा घाघ (Burha Ghagh) की ऊंचाई कितनी है ?
लोध जलप्रपात, झारखंड का सबसे ऊंचा तथा भारत का 21वां सबसे ऊंचा जलप्रपात है। इसकी ऊंचाई 143 मीटर (469 फीट) है।
बूढ़ा घाघ एक बहुत ही ऊँचा एवं तीखा झरना है । इस झरने के गिरने वाली पानी की गड़गड़ाहट की आवाज इसे और भी भव्य और खूबसूरत बनाती है , झरने के गिरने वाली पानी की गड़गड़ाहट की आवाज आप 10 किमी दूर से भी सुन सकते हैं।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) का उद्गम स्थान कहां पर स्थित है ?
लोध जलप्रपात का उद्गम स्थल छत्तीसगढ़ राज्य के जमूरा पठार पर है। ये Waterfall बूढ़ा नदी / Burha River पर स्थित है। बूढ़ा नदी महुआटांड़ भेड़िया आश्रयणी ( Mahuatand Wolf Sanctury) और पलामू ब्याघ्र आरक्षण (Palamu Tiger Reserve) की जीवन रेखा है।
यह नदी आगे जाकर बागेचम्पा बारेसाढ़ के पास उत्तरी कोयल नदी से मिल जाती है। लोध जलप्रपात महुआडांड़ भेड़िया आश्रयणी (Mahuatand Wolf Sanctury) के अंतर्गत स्थित है।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) का इतिहास क्या है ?
लोध जलप्रपात बूढ़ा नदी पर स्थित एक रमणीय जलप्रपात है जो 143 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरती हैं। यह झारखंड के लातेहार जिले में जंगलों के बीच में स्थित एक झरना / Falls है, जिसकी ऊँचाई 143 मीटर (469 फीट) है । यह झारखंड का सबसे ऊंचा झरना और भारत का 21 वां सबसे ऊंचा झरना है।
Lodh Falls | Burha Ghagh- Latehar Ki Shaan |
- इस झरने की प्राकृतिक सुंदरता ने इस जगह को आराम करने के लिए ब्रिटिश सरकार के लाट साहबों (उच्च अधिकारी) के लिए एक पसंदीदा स्थान बना दिया था। आज भी इस इलाके में "लाट बंगला" मौजूद हैं।
- इस झरने का खासियत है कि ये पहाड़ियों के दोनों किनारों से गिरती है, और उतनी ही ताकत से नीचे की ओर दौड़ती है। इसकी गिरने की आवाज़ 10 किमी से सुनी जा सकती है। इसकी आवाज काफ़ी आकर्षक और मधुर संगीत की तरह होती है।
- इस झरने के नीचे की खाई की गहराई अथाह है जिसे अभी तक कोई पता नहीं लगा सका है। इस नदी में बहुत सी छोटी - छोटी नदियां मिलती हैं। अगर आप झरने के नीचे तरफ जाते हैं तो आपको कई जंगली छोटे नाले दिखाई देंगे जो नदी में नीचे की ओर जुड़ते हैं।
बूढ़ा घाघ झरना चारों तरफ से पहाड़ों से गिरा हुआ है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस क्षेत्र को प्रकृति ने बड़े ही प्यार से बनाया है, जो इस क्षेत्र में एक बार गया वो बार - बार आना चाहेगा। इसके चारों ओर का क्षेत्र हरा-भरा जंगलों भरा हुआ है और एक अच्छे- अच्छे छोटे-छोटे पिकनिक स्पॉट/Picnic Spot हैं। जो पिकनिक मनाने के लिए एक अच्छा स्थान है।
यह जलप्रपात झारखंड राज्य के पलामू प्रमंडल में जंगल के बीचों-बीच स्थित है, ये प्रमंडल झारखंड के सर्वाधिक वन क्षेत्र में से है। इस क्षेत्र के सबसे दिलचस्प आकर्षणों में गिने जाने वाले लोध जलप्रपात को बूढ़ा घाघ जलप्रपात के रूप में भी जाना जाता है। ये अपनी ऊंचाई और सुंदरता के लिए काफ़ी प्रसिद्ध है, लोध जलप्रपात (Lodh Waterfall) आश्चर्यजनक रूप से बेहद सुंदर है।
झारखंड को प्रकृति ने अदभूत सौंदर्य और असीमित पर्यटन स्थलों से नवाजा है। उन्हीं पयर्टन स्थल में से एक है- लोध जलप्रपात जिसे "बुद्ध जलकुंड" भी कहा जाता है ।
लोध जलप्रपात प्राकृतिक बनवाट के कारण निकित बिंदु का एक बेहतर उदाहरण है। Nike Point जिसे Nik Point या केवल Nik कहा जाता है। इसके बनावाटी (कायाकल्प) के कारण एक नदी के अनुदैर्ध्य प्रोफ़ाइल (Longitudinal Profile) में ढलानों में टूट का प्रतिनिधित्व करता है। चैनल ढाल (Channel Gradient) के टूटने से पानी झरने के लिए लंबवत रूप से गिरता है।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) / बूढ़ा घाघ (Burha Ghagh) घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है ?
अक्टूबर माह यानी बरसात के समय यहां आने से आपको इस झरना का असली चेहरा दिखाई देगा जो काफ़ी अदभूत होता है। वैसे तो पर्यटक यहां अक्टूबर से जनवरी माह आते हैं जो अनुकूल समय होता है।
Lodh Falls | Burha Ghagh- Latehar Ki Shaan |
झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात होने के कारण देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों से हर साल लाखों पर्यटक इस झरने को देखने के लिए आते हैं। इस Waterfall को देखने के बाद लोग इसकी सुंदरता को निहारते ही रह जाते हैं और इसकी तारीफ करते नहीं थकते हैं।
क्या लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) पर्यटकों के लिए सुरक्षित है ?
जी हां, लेकिन सिर्फ और 8 बजे से 4 बजे तक ही क्योंकि इसके बाद इस क्षेत्र में बहुत से जंगली जानवरों का आना जाना शुरू हो जाता है तथा ये इलाका नकस्ली बहुल क्षेत्र है।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) में क्या -क्या कमियां हैं ?
झारखंड सरकार (Jharkhand Government) के पर्यटन विभाग Jharkhand Tourism Development Corporation (JTDC) की योजना के अनुसार, हिरनी जलप्रपात को बहुत सारी सुविधाओं की ज़रूरत है। जैसे यहां पर एक KIOSK, Restaurants, Guests House, Toilet, Fast Food Stalls, Light House & Watch Tower (View Point) लगना चाहिए।
अभी तक Lodh Falls को सुंदर तरीके से सजाया नहीं गया है जबकि अन्य Waterfalls को बड़ी ही अच्छे तरीके से सजाया गया है। जैसे कि इसके तोरणद्वार (Welcome Gate), View Point, उठने - बैठने के लिए मेज - कुर्सी, तथा बच्चों के लिए झूला भी लगाया जा सकता है ताकि इस जगह पर अधिक से अधिक पर्यटक आएं।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) का प्रवेश शुल्क/Entry Fee क्या है ?
इको विकास समिति के अनुसार लोध फॉल को देखने अथवा वहां जाने के लिए शुल्क देना होगा। आपको वाहन के अनुसार देने होंगे 20, 30, 50 और 100 रुपए ।
Vehicles Type | Fee i INR |
---|---|
Two Wheeler's | 20 |
There Wheeler's | 30 |
Four Wheeler's | 40 |
Six Wheeler's or Other Vehicles | 100 |
इको विकास समिति लोध के द्वारा लोध फॉल पहुंचने से लगभग 1 किलोमीटर पहले ही एक टोल नाका (Toll Plaza) लगाया गया है ताकि गाड़ियों को यहीं पर रोक कर शुल्क अदा किया जा सके।
झारखंड पर्यटन विभाग ने यहां लोगों की तैनाती की है :-
Jharkhand Tourism Development Corporation (JTDC) ने लोध फॉल की देखरेख एवं Tourists की सहायता के लिए 12 लोगों की तैनाती की है। इनमें तैराक, माली, गार्ड, कुक और सफाई कर्मी शामिल हैं। ये सभी महुआडांड़ के लोध और आसपास के गांवों के रहने वाले हैं।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfall) के बारे में रोचक तथ्य :-
- लोध जलप्रपात झारखंड का सबसे ऊंचा और भारत का 21वां सबसे ऊंचा जलप्रपात है।
- लोध जलप्रपात की अनूठी विशेषताओं में से एक यह है कि इसमें कई बूंदें हैं, जो पहाड़ियों के दोनों ओर से एक के बाद एक थोड़ी दूरी पर गिरती हैं।
- लोध जलप्रपात के बारे में एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि आज तक झरना की गहराई का किसी को पता नहीं है। इसकी गहराई को मापने का कई बार प्रयास किया गया लेकिन कोई इसमें सफल नहीं हुआ।
- एक बार ग्रामीणों ने इसकी गहराई को मापने के लिए बड़े-बड़े शिलाखंडों को लंबी रस्सियों से बांध दिया लेकिन दुर्भाग्य से पत्थर खाई में डूब गए और कोई निशान नहीं मिला।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfall) कैसे पहुंचें ?
यह डालटनगंज से 120 किमी, रांची से 197 किमी, और नेतरहाट से 70 किमी से है।
Lodh Falls | Burha Ghagh- Latehar Ki Shaan |
By Air ✈️:-
Nearest Airport -
- Birsa Munda International Airport, Ranchi - 197 kilometres (4 hr 37 mi)
By Train🚉 :-
- Parasnath Railway Station - 195 kilometres
- Hatia Railway Station - 200 kilometres
By Bus 🚌:-
Nearest Bus Stand -
- Khadgada (Kantatoli) Bus Stand, Ranchi - 193 kilometres
- Daltanganj Bus Stand - 120 kilometres
- Netarhat Bus Stand - 70 kilometres
लोध जलप्रपात रांची से उबड़-खाबड़ रास्ते से पहुंचा जा सकता है। इसके सबसे सामने नेतरहाट पयर्टन स्थल है। लोध जलप्रपात तक पहुंचने के लिए पर्यटक निजी वाहन किराए पर ले सकते हैं। जैसे - Taxi , Ola , Uber आदि।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) जाने के पहले इन बातों को जरुर जानें -
- चूंकि ये शहर से ज्यादा ही दूरी पर स्थित है, जिसके चलते शाम 4 बजे के बाद आप लोग यहां जाने से बचें।
- यहां पर आपको शाम 4 बजे तक ही रहने दिया जाता है इसके बाद आपको यहां से निकल जाने का सलाह दिया जाता है।
- यहां पर अकेले कभी न जाएं , हमेशा एक समूह में ही जाएं।
- यात्रा का सबसे सुरक्षित समय सुबह 8 से शाम 4 बजे के बीच है।
- Picnic & Nature Advantures के लिए ये जगह काफ़ी अच्छी जगह है।
- ज्यादा घने जंगलों में न जाएं और न ही ऊंचे चट्टानों पर चढ़ें।
- वैसे तो देख रेख के लिए आदमी है फिर भी अपनी सुरक्षा खुद से करें।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) जाते समय कहां पर ठहरें ?
रांची - लातेहार मार्ग में बहुत सारे छोटे-छोटे कई शानदार Resort, Line Hotels हैं , वहां पर आप नाश्ते या खाने के लिए ठहर सकते हैं। आपको अगर रात्रि विश्राम के लिए कहीं रुकना हो तो आपको नेतरहाट आना पड़ेगा । यहां अच्छी - अच्छी Facilities वाले Hotel मिलेंगे।
लातेहार जिले में कितने पर्यटक स्थल हैं ?
लातेहार जिले में भी अनेक पर्यटक स्थल मौजूद हैं जो आपको आकर्षित करेगी, जैसे - इंद्रा झरना , कांती झरना, तातापानी, नारायणपुर किला आदि ।
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) FAQ -
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) / बूढ़ा घाघ (Burha Ghagh) की ऊंचाई कितनी है ?
- 143 मीटर (469 फीट)
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) / बूढ़ा घाघ (Burha Ghagh) कहां पर स्थित है ?
- लातेहार ,झारखण्ड
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) का उद्गम स्थान कहां पर स्थित है ?
- जमूरा पठार ,छत्तीसगढ़
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) / बूढ़ा घाघ (Burha Ghagh) घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है ?
- अक्टूबर से जनवरी
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) राँची से कितना दूर है ?
- 193 किलोमीटर
लोध जलप्रपात (Lodh Waterfalls) जैसे पर्यटन स्थलों के नाम -
- सीता जलप्रपात/ Sita Falls / Sita Falls
- जोन्हा फॉल / Jonha Falls
- हुंडरू जलप्रपात /Hundru Fall
- पेरवा घाघ जलप्रपात /Perwa Ghagh Fall
- दशम जलप्रपात /Dasham Fall
- सूर्य मंदिर / Surya Mandir
- दिउड़ी मंदिर / Dewri Mandir
- बिरसा जैविक उद्यान / Bhagwan Birsa Biological Park
- मां छिन्नमस्तिका मंदिर | Maa Chhinamastika Temple
- पारसनाथ की पहाड़ी / Parasnath Hill
- पंचघाघ फॉल / Panchghagh Fall
- Tilaiya Dam / तिलैया डैम
निष्कर्ष :-
आज इस Article के माध्यम से हमने आपको विस्तार से बताया - लोध जलप्रपात ( Lodh Falls ) / बूढ़ा घाघ ( Burha Ghagh ) । लोध जलप्रपात कहां है ?, लोध जलप्रपात कैसे पहुंचें ?, लोध जलप्रपात का इतिहास क्या है ?, Lodh Falls से Ranchi की दुरी क्या है ?, लोध जलप्रपात पर्यटकों के लिए कितना सुरक्षित है ?आदि जानकारियां साझा करेंगे जो आपके लिए जानने योग्य हैं।
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